संघी या मय या घृणा से संघी या मय या घृणा से
जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूरी तरह से एक जगह न मि... जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूर...
अनुबन्ध हमारे जीवनपथ को आगे बढ़ने से रोकने का काम करते हैं..विशेषकर रिश्तों के अनुबन्ध अनुबन्ध हमारे जीवनपथ को आगे बढ़ने से रोकने का काम करते हैं..विशेषकर रिश्तों के अ...
याद करो वो लड़ाईयां जो देश के वीर जवानों ने हैं लड़ी हमारी रक्षा के लिए वह बहादूर सेना याद करो वो लड़ाईयां जो देश के वीर जवानों ने हैं लड़ी हमारी रक्षा के लिए वह बहा...
वो पालते हैं पेट सबके, खुद आधा पेट भर के, मुनाफाखोरी के आगे, हाथ -पैर जोड़ते हैं। वो पालते हैं पेट सबके, खुद आधा पेट भर के, मुनाफाखोरी के आगे, हाथ -पै...
ढूंढते हैं उस वक़्त को हम , जिसमे हमारे-तुम्हारे ख्वाब पला करते थे , ढूंढते हैं उस वक़्त को हम , जिसमे हमारे-तुम्हारे ख्वाब पला करते थे ,